संस्कार उनको दिए उम्र भर..
चाहे बेटी हो या बेटा है
ज़माने को बहुत कुछ दिया हमने..
देखते हैं ज़माना हमें क्या देता है
Sanskaar Unko Diye Umra Bhar..
Chaahe Beti Ho Ya Beta Hai
Zamaane Ko Bahut Kuchh Diya Hamne..
Dekhte Hain Zamaana Hamei Kya Deta Ha
ज़िंदगी के सागर में अनेक रंग..
कभी जहाज़ तो कभी नाव होती
वही लिखता हूँ जो पसंद सभी की..
कभी धूप तो कभी छाँव होती