हार से उनकी दूरी होती..
जीत के पास उनकी सीट होती है
मजबूत इरादे जिनके दिल में..
निश्चित उनकी जीत होती है
घमासान बारिश हो या फिर..
किसी की ज़िंदगी में सूखा हो
उस आदमी की हार निश्चित होती..
जो मन से अपने टूटा हो
Haar Se Unki Doori Hoti..
Jeet Ke Paas Unki Seat Hoti Hai
Majboot Iraade Jinke Dil Mei..
Nishchit Unki Jeet Hoti Hai
Ghamasaan Baarish Ho Ya Phir..
Kisi Ki Zindagi Mei Sookha Ho
Us Aadmi Ki Haar Nishchit Hoti..
Jo Mann Se Apne Toota Ho
ज़िंदगी के सागर में अनेक रंग..
कभी जहाज़ तो कभी नाव होती
वही लिखता हूँ जो पसंद सभी की..
कभी धूप तो कभी छाँव होती