शाम से आना शुरू होती | सैड शायरी
शाम से आना शुरू होती.. सुबह के बाद जाती है मेरी ज़िंदगी लौट के आजा.. रह रह के तेरी याद आती है Shaam Se Aana… Read More »शाम से आना शुरू होती | सैड शायरी
ये ज़िन्दगी है और इसमें सदा उतार चढ़ाव रहता है । कभी खुशी तो कभी गम, इसी का नाम ज़िंदगी है । सुख का वक्त जब होता है तो हम अपने आपको सभी से घिरा हुआ पाते हैं लेकिन जब दुख का समय होता है तो हमारे पास सिर्फ तन्हाई होती है और कोई नहीं ।
किसी का कोई अपना रूठा हुआ हो, चाहे किसी ने प्यार में चोट खाई हो, किसी को अपने बॉयफ्रेंड या फिर गर्लफ्रेंड से धोखा मिला हो या फिर रिश्तों से ज़ख्म मिले हों, अक्सर इन स्थिति में हम अपने आप को बहुत तन्हा और अकेला महसूस करते हैं ।
आपके लिए प्रस्तुत है हिंदी “सैड शायरी”, “तन्हाई शायरी”, “बेवफा शायरी”, “ज़िंदगी सैड शायरी”, “दुख भरी कहानी शायरी के शब्दों में”, “सैड शायरी फॉर गर्लफ्रेंड एंड बॉयफ्रेंड”,”सैड लव शायरी”, “गम शायरी”, “उदास मन शायरी”, “आंसू भरी ज़िन्दगी शायरी”, “अकेलापन शायरी”, “नाराज शायरी”, “प्यार में धोखा शायरी”, “दुखी मन शायरी” ।
दोस्तों, दुख के बाद सुख का आना तय है बशर्ते आपने जिंदगी में और जिंदगी से हार ना मानी हो । इसलिए अनचाहे पलों में हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए बल्कि ऐसे समय में संयम के साथ अंधेरों का डट के मुकाबला करना चाहिए, फिर देखना एक दिन गम का अँधेरा दूर होगा और सवेरा आपकी राह में होगा ।
शाम से आना शुरू होती.. सुबह के बाद जाती है मेरी ज़िंदगी लौट के आजा.. रह रह के तेरी याद आती है Shaam Se Aana… Read More »शाम से आना शुरू होती | सैड शायरी
तुम मेरी ज़िंदगी में आये ही क्यों.. क्यों मेरी ज़िंदगी वीरान कर दी तुम मेरे नाम ज़िंदगी भी न कर पाए.. मैंने तुम्हारे नाम ये… Read More »तुम मेरी ज़िंदगी में आये ही क्यों | सैड शायरी