Ek Sapna | Mujhe Chaand Ne Bulaaya Hai | मुझे चाँद ने बुलाया है
आवाज दी उसने प्यार से..
मेरे दिल को भाया है
सपने में सपना देखा आज..
मुझे चाँद ने बुलाया है
मैंने कहा कि कैसे आऊंगा..
बड़ी दूर ऊंचाई है
आवाज दी उसने प्यार से..
मेरे दिल को भाया है
सपने में सपना देखा आज..
मुझे चाँद ने बुलाया है
मैंने कहा कि कैसे आऊंगा..
बड़ी दूर ऊंचाई है
सब आये नजर बस वो ही नहीं..
जो प्यारा दिलबर साथी है
चाँद नजर मुझे आ गया..
बस उसका दीदार बाकी है
चाँद नजर मुझे आ गया..
बस उसका दीदार बाकी है
याद से रिश्ता गहरा होता..
अगर हमसे उसकी दूरी है
हर मोड़ पे हमने दुख पाया
क्या जीने का बस यही नाम है
अँधेरा उजालों को खा गया
अब कहाँ वो सुहानी शाम है
हर मोड़ पे हमने दुख पाया
क्या जीने का बस यही नाम है
एक पल में तूफान आ गया
एक लकड़हारा ताप रहा था बुझी आग के धुंए में
अचानक उसकी कुल्हाड़ी गिर गई पास के कुएं में
उसने हाथ जोड़ के दुआ करी कि कुल्हाड़ी उसे मिल जाये
ये चाँद बड़ा शर्मीला है..
कभी आता है कभी जाता है
हम छत पर सोते है सर्दी में..
पर चाँद नज़र नहीं आता है
ये चाँद बड़ा शर्मीला है..
कभी आता है कभी जाता है
नींद नहीं हैआँखों में..
चैन नहीं उजालों में